Home
Uncategories
नफ़रत गुनाह से करो, गुनाह करने वाले से नहीं। . . . शायद तुम्हारी मोहब्बत में आकर वो गुनाह करना ही छोड़ दे।।
CONVERSATION
Subscribe to:
Post Comments
(
Atom
)
0 comments:
Post a Comment